नींद का ज्यादा आना
ज़्यादा नींद आने के कारण
नींद हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए अत्यंत आवश्यक है। लेकिन जब किसी व्यक्ति को सामान्य से अधिक नींद आने लगे या दिनभर नींद महसूस होती रहे, तो यह चिंता का विषय बन सकता है। यह स्थिति न सिर्फ हमारे कामकाज और जीवनशैली को प्रभावित करती है, बल्कि किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है।
इस लेख में हम जानेंगे कि ज़्यादा नींद क्यों आती है, इसके कारण क्या हो सकते हैं, और इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।
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💤 1. नींद की कमी
अगर व्यक्ति को रात में अच्छी और पूरी नींद नहीं मिलती, तो दिन में उसका शरीर उस नींद की पूर्ति करने की कोशिश करता है। इसका कारण हो सकता है:
देर रात तक मोबाइल या टीवी देखना
पढ़ाई या काम का तनाव
शारीरिक या मानसिक थकावट
देर रात तक जागने की आदत
🧠 2. अवसाद (Depression)
अवसाद या डिप्रेशन भी ज़्यादा नींद आने का एक बड़ा कारण हो सकता है। उदासी, थकान, जीवन में रुचि की कमी जैसे लक्षणों के साथ-साथ व्यक्ति को दिनभर नींद आती रहती है।
😴 3. स्लीप एप्निया (Sleep Apnea)
इस स्थिति में व्यक्ति की नींद बार-बार टूटती है क्योंकि सांस रुक जाती है। इसके कारण नींद पूरी नहीं हो पाती और दिन में अत्यधिक नींद आती है। यह समस्या अधिकतर मोटे लोगों में पाई जाती है।
🍔 4. खराब खानपान (Poor Diet)
अगर आपका भोजन संतुलित नहीं है या आप बहुत अधिक जंक फूड खाते हैं, तो शरीर सुस्ती महसूस करता है। अधिक कार्बोहाइड्रेट और कम प्रोटीन वाली डाइट भी नींद को बढ़ा सकती है।
💉 5. थायरॉइड की समस्या (Hypothyroidism)
थायरॉइड हार्मोन की कमी से शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है, जिससे व्यक्ति को थकावट और नींद आने लगती है। यह एक मेडिकल स्थिति है जिसे जाँच और उपचार की ज़रूरत होती है।
🧪 6. डायबिटीज़ और लो ब्लड शुगर
डायबिटीज़ में शरीर की ऊर्जा का संतुलन गड़बड़ा जाता है। अगर ब्लड शुगर बहुत कम हो जाए, तो व्यक्ति को अत्यधिक नींद आ सकती है।
🧬 7. नर्वस सिस्टम की बीमारियाँ
कुछ न्यूरोलॉजिकल बीमारियाँ, जैसे नार्कोलेप्सी (Narcolepsy), जिसमें व्यक्ति को अचानक कहीं भी नींद आ जाती है, अत्यधिक नींद के कारणों में शामिल हैं।
💊 8. दवाइयों का असर
कुछ दवाइयाँ जैसे – एंटी-हिस्टामाइन, एंटी-डिप्रेसेंट, एलर्जी या नींद की गोलियाँ – ज़्यादा नींद लाने का कारण बन सकती हैं।
🧘♂️ 9. व्यायाम की कमी (Lack of Physical Activity)
अगर आप दिनभर बैठे रहते हैं और शरीर की कोई कसरत नहीं करते, तो शरीर सुस्त हो जाता है। इससे आलस्य और नींद दोनों बढ़ जाते हैं।
🌡️ 10. विटामिन और मिनरल की कमी
खासकर विटामिन B12, विटामिन D, और आयरन की कमी से शरीर में ऊर्जा की कमी होती है और व्यक्ति दिनभर थका हुआ महसूस करता है।
क्या करें ज़्यादा नींद से बचने के लिए?
1. नियमित नींद का समय बनाएं – हर दिन एक निश्चित समय पर सोएं और उठें
2. मोबाइल और स्क्रीन टाइम कम करें – सोने से कम से कम 1 घंटा पहले स्क्रीन से दूरी रखें।
3. व्यायाम करें – रोज़ाना कम से कम 30 मिनट का हल्का व्यायाम ज़रूर करें
4. संतुलित आहार लें – हरी सब्जियाँ, फल, प्रोटीन और पर्याप्त पानी पीना ज़रूरी है।
5. डॉक्टर से सलाह लें – यदि बहुत ज़्यादा नींद आ रही है, तो चिकित्सक से संपर्क करें।
6. तनाव को कम करें – योग, ध्यान और गहरी साँसें लेना इसमें सहायक हो सकता है।
कब जाएँ डॉक्टर के पास?
अगर निम्नलिखित लक्षण हों, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें:
दिनभर ज़्यादा नींद और काम में मन न लगना
हर समय थकान महसूस होना
अचानक कहीं भी नींद लग जाना
रात में ठीक से नींद न आना
सिर दर्द, चक्कर या उलझन महसूस होना
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निष्कर्ष
ज़्यादा नींद आना कोई सामान्य बात नहीं है, खासकर तब जब यह रोज़मर्रा के जीवन को प्रभावित करने लगे। इसके पीछे कई शारीरिक, मानसिक और जीवनशैली से जुड़ी वजहें हो सकती हैं। यदि समय रहते इन कारणों को समझकर उचित कदम उठाए जाएँ, तो यह समस्या पूरी तरह से दूर की जा सकती है।